श्रीराम फाइनेंस लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी कैसे लें? प्रॉपर्टी पर लोन के अन्य विकल्प
श्रीराम फाइनेंस लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी कैसे लें? प्रॉपर्टी पर लोन के अन्य विकल्पों को भी इस आर्टिकल में शामिल किया गया है. आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद, आप बड़े ही आसानी से प्रॉपर्टी पर लोन ले पाएंगे.
टेक्निकल प्वाइंट: अगर कोई व्यक्ति अपने संपत्ति या प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर बैंक से लोन लेता हो, तो इस प्रकार के लोन को अगेंस्ट दी प्रॉपर्टी लोन (मोर्गेज ऋण) कहा जाता है.
दूसरी बात यह जान लें कि अगेंस्ट दी प्रॉपर्टी लोन को सिक्योर्ड यानी सुरक्षित लोन के श्रेणी में रखा जाता है.
श्रीराम फाइनेंस लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी कैसे लें?
यदि आप अपनी संपत्ति के एवज में लोन लेना चाहते हैं, तो Sriram Finance एक बेहतरीन विकल्प है. खास करके उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है. जिनका क्रेडिट स्कोर खराब है या उसके पास कोई अच्छा इनकम प्रूफ नहीं है.
साथ ही यह कंपनी प्रतिस्पर्धी दरों और शर्तों की पेशकश करते हैं. यहां बताया गया है कि आप संपत्ति पर श्रीराम फाइनेंस लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं:
सबसे पहले, आपको सहायक दस्तावेजों के साथ एक आवेदन पत्र जमा करना होगा. यह ऑनलाइन या किसी शाखा कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से किया जा सकता है.
एक बार आपका Application प्राप्त हो जाने के बाद, एक प्रतिनिधि आपके विकल्पों पर चर्चा करने और आपके किसी भी प्रश्न का उत्तर देने के लिए आपसे संपर्क करेगा.
आपका लोन स्वीकृत करने से पहले, Sriram Finance आपकी संपत्ति का मूल्यांकन करेगा. एक बार मूल्यांकन पूरा हो जाने के बाद, वे आपको आपकी संपत्ति के मूल्य के आधार पर लोन देने का प्रस्ताव प्रदान करेंगे.
श्रीराम फाइनेंस के द्वारा, दो प्रकार के लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी दिया जाता है:
- लोन अगेंस्ट रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी
- लोन अगेंस्ट कमर्शियल प्रॉपर्टी.
लोन अगेंस्ट रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी: श्रीराम फाइनेंस का लोन अगेंस्ट रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी एक खास स्कीम है, जिसके तहत रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के बदले शादी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए लोन देती है.
लोन अगेंस्ट कमर्शियल प्रॉपर्टी: श्रीराम फाइनेंस इस योजना के तहत कमर्शियल प्रॉपर्टी के बदले लोन देती है जिसका उपयोग बिजनेस को बढ़ाने के लिए, मेडिकल इमरजेंसी, शिक्षा और शादी विवाह आदि के लिए कर सकते हैं.
रेजिडेंशियल | कमर्शियल | |
लोन अमाउंट | 1 लाख से 10 करोड़ | 1 लाख से 10 करोड़ |
ब्याज दर | 15% शुरू | 15% शुरू |
लोन अवधि | 25 साल तक | 25 साल तक |
प्रोसेसिंग फीस | 2.5% तक | 2.5% तक |
श्रीराम फाइनेंस लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
पहचान का प्रमाण (इनमें से कोई एक)
- ड्राइविंग लाइसेंस
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट
- पैन कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- कर्मचारी आईडी
- बैंक पासबुक.
आयु का प्रमाण (इनमें से कोई एक)
- पैन कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र
- 10वीं कक्षा की मार्कशीट
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस.
पता प्रमाण (इनमें से कोई एक)
- बैंक पासबुक या बैंक खाता
- मतदाता पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट
- उपयोगिता बिल (टेलीफोन, बिजली,
- पानी, गैस) – 2 महीने से कम पुराना
- एलआईसी पॉलिसी/रसीद.
सैलरीड पर्सन के लिए इनकम प्रूफ
- फॉर्म 16
- नियोक्ता से प्रमाणित पत्र
- वेतन पर्ची (पिछले 2 महीने) वेतन वृद्धि या
- पदोन्नति पत्र
- आईटी रिटर्न (3 साल के लिए)
- निवेश प्रमाण (जैसे सावधि जमा,
- शेयर, आदि).
नॉन सैलरीड पर्सन के लिए इनकम प्रूफ
- पिछले 3 वर्षों के आयकर रिटर्न
- पिछले 2 साल की बैलेंस शीट और प्रॉफिट
- फर्म का हानि खाता- विधिवत
- एक चार्टर्ड एकाउंटेंट द्वारा प्रमाणित
- उनका संक्षिप्त परिचय पेशा / व्यवसाय
- पंजीकरण की फोटोकॉ पीके तहत स्थापना का प्रमाण पत्र
- दुकानें और प्रतिष्ठान अधिनियम / कारखानों अधिनि यमपंजीकरण प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी
- पेशा कर की कटौती के लिए निवेश का प्रमाण
- अभ्यास का प्रमाण पत्र
- अग्रिम कर भुगतान की रसीदें.
संपत्ति से संबंधित प्रमाण पत्र
- बिक्री विलेख, बिक्री का समझौता
- निर्माता (मूल प्रति)
- भूमि और भवन कर भुगतान रसीदें,
- संपत्ति का स्थान स्केच
- राजस्व अधिकारियों द्वारा प्रमाणित,
- कब्जे का प्रमाण पत्र
- आवंटन पत्र हाउसिंग बोर्ड/सोसाइटी/निजी बिल्डर
- अग्रिम की मूल रसीदें
- फ्लैट की खरीद भवन योजना की एक अनुमोदित प्रति (मुख्य योजना / तल योजना के मामले में फ्लैटों की खरीद)
- भूमि कर भुगतान रसीद की मूल प्रति
- और कब्जा प्रमाण पत्र जैसा कि द्वारा जारी किया गया है
- राजस्व प्राधिकरण
- मूल अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी)
- हाउसिंग सोसाइटी या बिल्डर से
- की लागत का विस्तृत अनुमान
- घर का निर्माण पत्र से
- बिल्डर/सोसाइटी/हाउसिंग बोर्ड, बताते हुए
- उनका खाता संख्या और नाम
- उनके बैंकरों के प्रेषण के लिए किश्तों.
अगर योग्यता की बात की जाए तो, सैलरीड पर्सन के लिए मंथली इनकम 30,000 से ऊपर होनी चाहिए. अगर नॉन सैलरीड पर्सन की बात की जाए तो ₹400000 से अधिक सालाना इनकम होनी चाहिए.
मेरी राय: 15% सालाना ब्याज दर से श्रीराम फाइनेंस का हाउसिंग लोन की शुरुआत होती है. ऊपर कहां तक जाएगा यह बाद में तय होगा. साथ ही इस कंपनी को इनकम प्रूफ चाहिए.
जिस व्यक्ति के पास गिरवी रखने के लिए संपत्ति हो साथ ही उनके पास इनकम प्रूफ हो, ऐसे व्यक्तियों को किसी भी सरकारी बैंक से 12% से कम ब्याज दर में आसानी से लोन मिल जाएगा. इसीलिए आपको अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए.
फिर भी आप किसी वजह से श्रीराम फाइनेंस में ही आवेदन करना चाहते हैं तो इस लिंक के माध्यम से आप इस कंपनी के अधिकारिक वेबसाइट तक पहुंच सकते हैं.
प्रॉपर्टी पर लोन किस को लेना चाहिए?
- प्रॉपर्टी पर लोन लेना सबसे उचित उसके लिए माना जाता है जिसका पहले से सिबिल स्कोर बहुत बेहतर ना हो.
- जिसके पास नौकरी ना हो. वह व्यक्ति जो पैसा तो खूब कमाते हैं लेकिन उसके पास कोई वह इनकम प्रूफ ना हो.
- उन लोगों के लिए भी यह लोन एक बेहतरीन विकल्प है जो कम इंटरेस्ट रेट पर जल्दी से जल्दी लोन लेना चाहते हैं.
- उनके लिए यह लोन बहुत अच्छा नहीं है. जिस को डर है कि मैं लोन का पूरा भुगतान नहीं कर पाऊंगा और मेरे संपत्ति का नीलामी होगा.
प्रॉपर्टी पर लोन किन-किन बैंकों से मिलता है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में 12 पब्लिक सेक्टर बैंक हैं और 22 बैंक प्राइवेट सेक्टर के हैं. कुल मिलाकर 34 बैंक है जहां पर आप अगेंस्ट द प्रॉपर्टी यानी कि मोर्गेज लोन ले सकते हैं.
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- बैंक ऑफ इंडिया
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- केनरा बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- इंडियन बैंक
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- पंजाब एंड सिंध बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक
- यूको बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक
- आईडीबीआई बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
- आरबीएल बैंक
- इंडसलैंड बैंक
- एक्सिस बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- करूर वैश्य बैंक
- कर्नाटक बैंक
- कोटक महिंद्रा बैंक
- जम्मू और कश्मीर बैंक
- डीसीबी बैंक
- तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक
- धनलक्ष्मी बैंक
- नैनीताल बैंक
- फेडरल बैंक
- बंधन बैंक
- यस बैंक
- लक्ष्मी विलास बैंक
- साउथ इंडियन बैंक
- सिटी यूनियन बैंक
- सीएसबी बैंक .
प्रॉपर्टी पर लोन लेने की क्या प्रक्रिया है?
लगभग सभी 34 बैंकों में प्रॉपर्टी पर लोन लेने की प्रक्रिया लगभग एक समान है. आज के समय में आप आवेदन ऑनलाइन भी कर सकते हैं. इसके अलावा दूसरा विकल्प है कि आप बैंक जाकर के आवेदन फॉर्म भर सकते हैं.
उसके अलावा तीसरा विकल्प भी है. आप संबंधित बैंक के कस्टमर केयर को फोन कर सकते हैं या एसएमएस कर सकते हैं. संबंधित बैंक के अधिकारी आपके घर आकर के लोन अप्लाई करने में मदद करेंगे.
जैसे ही आप apply करने का प्रोसेस पूरा कर लेंगे. बैंक के अधिकारी, आपके आय एवं संपत्ति का मूल्यांकन का काम आरंभ कर देगा.
बैंक आपके संपत्ति का मूल्यांकन ही बारीकी से करता है, जिसमें बाजार में आपके संपत्ति का स्वीकार्यता की जांच करेगा. संपार्श्विक के बाजार मूल्य के आधार पर लोन की राशि तय करता है.
अक्सर लोगों का प्रश्न होता है कि हमें कितने राशि का प्रॉपर्टी पर लोन मिलेगा. आपके संपत्ति का जो भी वैल्यू होगा, उसका 50% से लेकर के 70% वैल्यू तक का लोन मिल सकता है. यह अलग-अलग बैंकों पर निर्भर करता है.
प्रॉपर्टी पर लोन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या-क्या हैं?
पहचान प्रमाण पत्र: आवेदक एवं गारंटीकर्ता का पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र के लिए कोई एक दस्तावेज –
- वर्तमान नियोक्ता द्वारा जारी फोटो पहचान कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड.
पते का प्रमाण पत्र: इनमें से कोई एक
- बिजली का बिल
- टेलीफोन बिल (लैण्ड लाइन)
- मतदाता पहचान पत्र
- पासपोर्ट.
आय प्रमाण पत्र:
- वेतन भोगियों के लिए – सैलरी स्लिप और फॉर्म 16.
- किसानों के लिए – एसडीओ या बीडीओ से बना हुआ आय प्रमाण पत्र.
- अन्य व्यक्तियों के लिए – विगत 3 वर्षों का आयकर रिटर्न.
बैंक स्टेटमेंट: हर वर्ग के व्यक्तियों के लिए पिछले 3 सालों का बैंक स्टेटमेंट की कॉपी होना आवश्यक है.
संपत्ति के दस्तावेज:
- टाइटल डीड की मूल प्रति
- नवीनतम लगान रसीद (म्यूटेशन)
- सहकारी समिति से भार-मुक्ति प्रमाणपत्र
- सोसाइटी / विकास प्राधिकरणों से साम्यिक बंधक सृजित करने की अनुमति
- टाइटल क्लियरंस रिपोर्ट.
अगेंस्ट दी प्रॉपर्टी लोन के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
अगर आपकी उम्र 18 साल से ऊपर एवं 60 साल से कम हो तो आप इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
आपका किसी ना किसी प्रकार का इनकम हो चाहे आप अपना कोई काम करते हो तो Income Proof हो. अगर आपके पास नौकरी हो तो उसका भी प्रूफ होना चाहिए.
आपके संपत्ति का सभी वैध दस्तावेज होना आवश्यक है. आपके नाम का स्पेलिंग जो आधार कार्ड में हो वही स्पेलिंग आपके संपत्ति के दस्तावेज में होना चाहिए.
एचडीएफसी प्रॉपर्टी लोन कैसे लें
यदि आप कोई संपत्ति खरीदने के लिए ऋण लेना चाहते हैं, तो एच डी एफ सी प्रतिस्पर्धी दरों और चुनने के लिए उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है.
एचडीएफसी के लिए आवेदन करने के तरीके के बारे में चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका यहां दी गई है.
पहला कदम एक ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना है. आपको कुछ व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी, साथ ही उस संपत्ति के विवरण प्रदान करने की आवश्यकता होगी जिसे आप खरीदना चाहते हैं.
एक बार आपका आवेदन जमा हो जाने के बाद, एच डी एफ सी का एक प्रतिनिधि आपके विकल्पों पर चर्चा करने के लिए आपसे संपर्क करेगा. आपकी आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम ऋण उत्पाद का चयन करने में आपकी सहायता करेगा
एक बार जब आप ऋण के लिए स्वीकृत हो जाते हैं, तो यह केवल कागजी कार्रवाई पर हस्ताक्षर करने और डाउन पेमेंट करने की बात है. उसके बाद, आप अपने नए घर का आनंद लेना शुरू कर सकते हैं!
SBI प्रॉपर्टी पर लोन कैसे लिया जाता है?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक है और विभिन्न प्रकार के ऋण उत्पाद प्रदान करता है. इन उत्पादों में से एक संपत्ति के एवज में लिया जाने वाला लोन है, जिसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों जैसे व्यापार विस्तार, व्यक्तिगत जरूरतों या चिकित्सा आपात स्थितियों के लिए किया जा सकता है.
एसबीआई से संपत्ति पर ऋण के लिए आवेदन करने के लिए, उधारकर्ता को 21 वर्ष या उससे अधिक आयु का भारतीय निवासी होना चाहिए. उनके पास भारत में एक आवासीय या व्यावसायिक संपत्ति भी होनी चाहिए जिसका उपयोग संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है.
ऋण राशि संपत्ति के मूल्य और उधारकर्ता की चुकौती क्षमता पर निर्भर करेगी. एसबीआई से संपत्ति पर ऋण के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया अपेक्षाकृत सरल है और इसे ऑनलाइन या किसी भी शाखा कार्यालय में किया जा सकता है.
उधारकर्ता को अपने केवाईसी विवरण, आय प्रमाण और संपत्ति के स्वामित्व के दस्तावेज जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे।
पंजाब नेशनल बैंक से लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी कैसे मिलता है
यदि आप पंजाब नेशनल बैंक से अपनी संपत्ति के एवज में ऋण प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको कुछ चीजें करने की आवश्यकता होगी.
सबसे पहले, आपको बैंक द्वारा अपनी संपत्ति का मूल्यांकन करवाना होगा. एक बार यह हो जाने के बाद, आपको एक आवेदन भरना होगा और अपनी आय और संपत्ति के दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे.
आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी संपत्ति अच्छी स्थिति में है और आपके पास आवश्यक बीमा है. यदि सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहा, तो आपको कुछ ही सप्ताहों में अपना ऋण प्राप्त करने में सक्षम हो जाना चाहिए.
प्रॉपर्टी पर लोन लेने के फायदे और नुकसान
फायदें: प्रॉपर्टी पर लोन बड़े ही आसानी से मिल जाता है चाहे आपका सिबिल स्कोर थोड़ा खराब क्यों ना हो. दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस लोन पर इंटरेस्ट रेट थोड़ा कम होता है. ओवरड्राफ्ट सुविधा भी मिलता है.
नुकसान: यह एक प्रकार का सुरक्षित लोन है. इसलिए आपको हर कीमत पर लोन चुकाना होगा. क्योंकि आप अपने प्रॉपर्टी को बैंक के पास गिरवी रखकर के लोन ले रहे हैं. अगर आप समय पर लोन नहीं चुकाते हैं तो आपके संपत्ति का नीलामी हो सकता है.
Conclusion Points
जहां तक मुझे लगता है कि, Sriram Finance लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी लेना एक महंगा सौदा हो सकता है. लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी एक प्रकार का सिक्योर्ड लोन है और इस लोन का ब्याज दर 12% कम होता है.
जबकि श्रीराम फाइनेंस का लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी 15% प्रति वर्ष शुरू ही होता है. ऊपर से इस कंपनी को इनकम प्रूफ चाहिए. प्रश्न उठता है कि जिस के पास अपना खुद का संपत्ति हो और उनके पास इनकम प्रूफ हो तो इस कंपनी से लोन क्यों लें.
अगर आपके पास इनकम प्रूफ है और बंधक रखने लायक आपके पास चल या अचल संपत्ति हैं तो आपको प्रयास सरकारी बैंकों में करना चाहिए. जहां पर की ब्याज दर कम होता है.
FAQs+प्रॉपर्टी पर लोन लेने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों को आर्टिकल के इस अनुभाग में शामिल किया गया है जिसे पढ़कर आप और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. प्रश्न (1) – लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी क्या होता है?उत्तर – संपत्ति पर लोन एक वित्तीय संस्थान द्वारा संपत्ति के गिरवी रखने पर दिया गया लोन है। लोन का उपयोग व्यवसाय, व्यक्तिगत या निवेश जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। इस प्रकार के लोन का मुख्य लाभ यह है कि यह अन्य प्रकार के ऋणों की तुलना में कम ब्याज दर कम होता है। प्रश्न (2) – प्रॉपर्टी लोन का इंटरेस्ट रेट कितना होता है?उत्तर – भारत में Property Loan के लिए ब्याज दर आमतौर पर 8% से 12% तक होती है। हालाँकि, यह विशिष्ट बैंक और निकाले जा रहे लोन के प्रकार पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, एक home loan में अक्सर अन्य प्रकार के ऋणों की तुलना में कम ब्याज दर होती है। इसके अतिरिक्त, यदि लोन कम अवधि के लिए है तो ब्याज दर अधिक हो सकती है। प्रश्न (3) – पट्टे की प्रॉपर्टी पर लोन कैसे लिया जाता है?उत्तर – पट्टे पर दी गई संपत्ति पर लोन प्राप्त करने के लिए, संपत्ति के मालिक को एक बैंक से संपर्क करना चाहिए और यह साबित करने वाले दस्तावेज उपलब्ध कराने चाहिए कि वे संपत्ति के मालिक हैं और यह पट्टे पर है। बैंक तब संपत्ति का मूल्यांकन करेगा और संपत्ति के मूल्य के आधार पर लोन राशि का निर्धारण करेगा। संपत्ति के मालिक को तब तक ऋणदाता को मासिक भुगतान करने की आवश्यकता होगी जब तक कि लोन का पूरा भुगतान नहीं हो जाता। प्रश्न (4) – प्रॉपर्टी पर लोन लेने से जुड़े जोखिम क्या हैं?उत्तर – प्रॉपर्टी के एवज में लोन लेने से जुड़े कई जोखिम हैं। सबसे पहले, यदि संपत्ति का ठीक से रखरखाव नहीं किया जाता है, तो समय के साथ इसका मूल्य कम हो सकता है, जिससे उधारकर्ता को मूल लोन राशि से अधिक का भुगतान करना पड़ सकता है। दूसरे, यदि उधारकर्ता लोन पर चूक करता है, तो बैंक संपत्ति का नीलामी कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप घर का नुकसान हो सकता है। अंत में, यदि ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो लोन पर मासिक भुगतान अवहनीय हो सकता है, फिर से पुरोबंध की ओर अग्रसर हो सकता है। प्रश्न (5) – आपकी संपत्ति के बदले ऋण लेने में क्या कदम शामिल हैं?उत्तर – आपकी संपत्ति पर लोन लेने में कुछ चरण शामिल हैं:
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