Home Loan Kitne Prakar Ke Hote Hain? सबसे बेहतर कौन?

Home Loan Kitne Prakar Ke Hote Hain? क्या आप इसी प्रश्न के उत्तर को ढूंढ रहे हैं? यदि उत्तर आप हां है तो आप एक सर्वश्रेष्ठ लोन वेबसाइट के आर्टिकल तक पहुंच चुके हैं.

इस आर्टिकल का Aim सिर्फ यह बताना नहीं है कि कुल 13 प्रकार के होम लोन होते हैं. बल्कि मैं, आपको यह बताना चाहता हूं कि आपके लिए सबसे बेहतर होम लोन कौन सा होगा? आइए मेरा Analysis Report से आप भी फायदा लीजिए.

होम लोन कितने प्रकार के होते हैं

होम लोन कितने प्रकार के होते हैं?

  1. Home Purchase Loan (गृह खरीद लोन)
  2. Home Construction Loan (गृह निर्माण लोन)
  3. Land Purchase Loan (भूमि खरीद लोन)
  4. Home Improvement or Extension Loan (गृह सुधार या विस्तार लोन)
  5. Top Up Home Loan (टॉप अप होम लोन)
  6. Bridge Home Loan (ब्रिज होम लोन)
  7. Composite Home Loan (समग्र गृह लोन)
  8. Joint Home Loan (संयुक्त गृह लोन)
  9. Home Loan Balance Transfer (होम लोन बैलेंस ट्रांसफर)
  10. NRI Home Loan (एनआरआई गृह लोन)
  11. Fixed Rate Home Loan (फिक्स्ड रेट होम लोन)
  12. Floating Rate Home loan (फ्लोटिंग रेट होम लोन)
  13. सरकारी योजना लोन (सरकारी योजना होम लोन).

होम लोन की परिभाषा: कोई व्यक्ति या संस्था जब कोई भी वित्तीय संस्थान या बैंक से घर बनाने या इससे संबंधित कार्यों के लिए लोन लेता हो और उसे निश्चित समय अवधि में मूलधन के साथ ब्याज को लौटाता हो उसे होम लोन कहते हैं.

Analysis

इंटरेस्ट रेट के आधार पर आप खुद थोड़ा सा एनालिसिस कीजिए, आपको पूरा एनालिसिस आर्टिकल के आखिरी भाग में मिलेगा.

SBI के होम लोन के प्रकार और उनके ब्याज दर

प्रकार न्यूनतम प्रतिवर्ष अधिकतम प्रतिवर्ष
होम लोन 6.80% 7.50%
रियलिटी लोन  7.50% 7.70%
टॉप अप 7.50% 9.55%
ब्रिज 9.50% 10.50%
रिवर्स मॉर्गेज 8.05% 9.05%

होम लोन क्या होता है?

Home Loan का हिंदी अर्थ गृह ऋण है और उर्दू में इसका मतलब है घर के लिए कर्ज कहते हैं. ये loan घर खरीदने या बनवाने के लिए या घर का मरम्मत या घर का बनाने के लिए जमीन, के लिए लिया जाता है।

घर के renovation करने या मरम्मत के लिए भी home loan ​मिलता है और घर बनवाने के लिए जमीन या plot  खरीदने के लिए भी home loan मिलता है।

Bank या financial institutions दोनों home loan प्रदान करते हैं। अधिक से अधिक 30 years तक की अवधि के लिए home loan मिल सकता है। 

होम लोन के फायदें 

  • सबसे लंबे अवधि का यही लोन होता है.
  • किसी भी अन्य लोन की तुलना में होम लोन का ब्याज दर कम होता है.
  • EMI कम होता है.

होम लोन का उपयोग सिर्फ घर से संबंधित उद्देश्यों को पूरा करने के लिए ही किया जा सकता है. इसके विपरीत पर्सनल लोन का उपयोग आप किसी भी काम के लिए कर सकते हैं.

Home Loan Kitne Prakar Ke Hote Hain?

Home Loan घर से संबंधित कई तरह के आवश्यकताओं के लिए मिल सकता है। भारत में निम्नलिखित प्रकार के home loan प्रचलित हैं। आइए एक करके इन सारे home loan के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हैं.

1) Home Purchase Loan

पहले से बना हुआ घर या flat खरीदने के लिए home loan ले सकते हैं। घर किसी builder या developer से या सरकारी आवास निर्माण agencies से या किसी भी व्यक्ति से लिया जा सकता है।

Home Loan का ये सबसे प्रचलित प्रकार है। Bank से loan लेकर आप मकान खरीद सकते हैं और बाद में उसे interest के साथ चुका सकते हैं। इस लोन के द्वारा आप रेरा से रजिस्टर्ड फ्लैट की खरीद सकते हैं।

2) Home Construction Loan 

अगर आप बना हुआ घर न लेकर अपने हिसाब से घर बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए भी home loan मिलता है। ये home construction loan कहलाता है।

क्योंकि घर बना नहीं होता है, इसलिए इस home loan के लिए loan amount मकान निर्माण की अनुमानित खर्च के आधार पर तय की जाती है।

3) Land Purchase Loan

यदि आप अभी घर खरीदने या बनवाना नहीं चाह रहे हैं तो घर बनाने के लिए जमीन खरीद कर रख सकते हैं। Bank ऐसे जमीन खरीदने के लिए भी home loan देती है। जिसे land purchase loan या रियलिटी होम लोन कहते हैं।

उस जमीन पर आप बाद में घर बनवाएं ये जरूरी नहीं है। आप उसे investment के तौर पर भी खरीद सकते हैं और बाद में अच्छे कीमत पर बेच भी सकते हैं। 

4) Home Improvement or Extension Loan

अगर आप अपने पुराने घर में ही सुधार करवाना या घर में और रूम बनवाना चाह रहे हैं। जैसे कि bathroom, kitchen, गैराज या रूम बनवाना है तो इसके लिए भी home loan प्राप्त कर सकते हैं। ये home extension loan कहलाता है। 

इसी तरह से अपने घर के किसी भाग की मरम्मत कराना चाह रहे हैं तो इसके लिए प्राप्त किए गए home loan को home improvement loan कहते हैं।

5) Top Up Home Loan

अगर आपने पहले से home loan लिया हुआ है ​लेकिन बाद में आपको कुछ और loan की जरूरत होती है तो आप कुछ अतिरिक्त loan भी ले सकते हैं। इसे top up home loan कहते हैं।

Top up loan घर के renovation और extensions के लिए भी ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त किसी घरेलू काम के लिए भी अपने home loan में top up करवा सकते हैं। 

6) Bridge Home Loan 

अगर आप अपना पुराना घर बेचने से पहले नया घर लेना चाहते हैं तो इसके लिए bank bridge loan भी देती है। आपके पुराने घर के अनुसार bank कुछ amount आपको loan के तौर पर प्रदान करती है। 

ताकि आप नए घर का down payment और दूसरे शुरुआती खर्चे निपटा सकें। पुराना घर बिक के जाने पर नए घर की कीमत चुका देते हैं।

Bank से मिले​ bridge loan interest के साथ चुका देते हैं। Bridge loan कुछ अवधि के लिए ही मिलता है और इसका interest rate सामान्य home loan के तुलना में काफी अधिक है।

7) Composite Home Loan

Composite home loan में घर संबंधी दो प्रकार के कामों के लिए एक साथ loan जारी किया जाता है। जैसे कि आप घर भी बनवाना चाहते हैं और आपको जमीन भी खरीदनी है।

तो आप दोनों कामों के लिए एक साथ bank एकमुश्त loan जारी कर देता है। एक साथ कई काम में इस्तेमाल होने के वजह इसे composite loan कहते हैं।

8) Joint Home Loan 

जब 2 या 2 से ज्यादे लोग मिलकर एक साथ home loan लेते हैं तो इसे joint home loan कहते हैं। 

Joint home loan आप सिर्फ पति, पत्नी, माता-पिता या बेटा बेटी के साथ मिलकर ही ले सकते हैं। यानि कि दोनों के बीच blood relation का होना अनिवार्य है।

9) Home Loan Balance Transfer

अगर आप अपने लिए हुए home loan के शर्तों या interest rate या loan institutions के साथ खुश नहीं हैं तो आप अपना home loan दूसरे bank में transfer aभी करा सकते हैं। 

अधिकतर bank home loan transfer की facility देते हैं। Loan transfer होने के बाद आपको नए bank के interest rate और rules के अनुसार loan का EMI चुकाना होता है। Loan transfer के लिए नया bank कुछ charge भी लेता है।

10) NRI Home Loan

Foreign में रहने वाले citizens को भी भारत में property खरीदने व बनवाने के लिए bank home loan देती है। इसके लिए applicant के पास निम्नलिखित में से कोई भी एक दर्जा का होना अनिवार्य है। 

  • Non Resident Indian
  • Person of Indian origin
  • Overseas Citizen of India. 

NRI होने के प्रूफ के तौर पर passport, visa,​ पहचान पत्र, वर्क प​रमिट, foreign residential certificate इत्यादि प्रस्तुत करने होते हैं।

पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, चीन, ईरान, नेपाल, भूटान के नागरिक NRI home loan के लिए apply नहीं कर सकते हैं। 

ये थे उद्देश्य के अनुसार बनाए गए home loan के भेद। Home loan के EMI के साथ जोड़े जाने वाले interest rates के changeability के आधार पर home loan दो तरह का होता है। 

11) Fixed Rate Home Loan

Fixed rate home loan का अर्थ होता है सुनिश्चित दर वाला home loan. Home Loan जारी होते वक्त जो interest rate होता है वही interest rate हमेशा एक समान ही रहता है। 

आपको पूरा home loan उसी interest rate पर चुकाना होता है। Market में interest rate के घटने बढ़ने का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

Fixed interest rate home loan का फायदा ये है कि market में interest rate बढ़ने पर आपको ज्यादा interest नहीं चुकानी होता है और नुकसान ये है कि market में interest rate घटने पर आपको कम interest rate का फायदा नहीं होता है।

कुछ ही banks ऐसे हैं जो पूरी अवधि के लिए fixed rate पर home loan प्रदान करती है। ज्यादातर bank एक निश्चित अवधि यानि 3 से 5 साल में home loan का interest rate बदल देती है।

12) Floating Rate Home loan

Floating rate home loan का अर्थ होता है तैरती हुई या उतराती हुई interest rate वाला home loan. इस तरह के home loan का interest rate हमेशा एक समान या ​सुनिश्चित नहीं होता है। Market में interest rates के उतार चढ़ाव के अनुसार इनमें बदलाव होता रहता है।

जब market में interest rate बढ़ता है तो आपको ज्यादे interest rate चुकाना होता है और इसी तरह जब घटता है तो आपको कम interest rate देना होता है। 

भारत में कितने प्रकार के बैंक हैं?

Floating rate home loan का फायदा ये है कि market में interest rate घटने पर आपको कम interest rate देना होता है लेकिन market में interest rate बढ़ने पर आपको नुकसान होगा यानि कि आपको अधिक rate देना होगा।

फिक्स इंटरेस्ट रेट फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट
बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई फर्क नहीं पड़ता है. बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर आपका इंटरेस्ट रेट घट सकता है या बढ़ भी सकता है.

 

बैंक आपको अधिक इंटरेस्ट रेट पर यह लोन देगा. बैंक के पास कोई जोखिम नहीं होता है इसीलिए शुरुआत में आपको कम इंटरेस्ट रेट पर यह लोन देगा.
अगर महंगाई बढ़ने का फोरकास्ट हो तो आपको यह लोन लेना चाहिए. अगर महंगाई घटने का फोरकास्ट हो तो आपको यह लोन लेना चाहिए.

13) सरकारी होम लोन

सरकारी होम लोन का अपेक्षाकृत किसी भी प्राइवेट या सरकारी बैंक से दिए जाने वाले पारंपरिक होम लोन से इंटरेस्ट रेट कम होता है.

बैंक से होम लोन कैसे लिया जाता है?

सरकारी होम लोन उन्हीं लोगों को मिलता है जिनका इनकम कम हो या उसके पास पहले से ही कोई पक्का मकान ना हो जैसा कि आपने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देखा होगा.

भारत में लोन कुल कितने प्रकार के होते हैं?

Conclusion Points

होम लोन कुल कितने प्रकार के होते हैं? अब यह आप जान चुके हैं. ऊपर लिखे गए सभी 13 प्रकार को अगर आप इंटरेस्ट रेट के आधार पर एनालिसिस करेंगे तो आपको सिंपल home loan लेने में फायदा है.

लेकिन आपकी जरूरत अगर अलग है तो, कोई सा भी होम लोन का चुनाव कर सकते हैं. होम लोन लेते समय आपको हमेशा अपने बजट पर ध्यान देना चाहिए.

सामान्य तौर पर देखा जाता है कि होम लोन लंबे समय तक चलता है, इसलिए आपको ऐसा ईएमआई सेट करना चाहिए जो आपके लिए कभी आर्थिक परेशानी खड़ा ना करें.

होम लोन के विकल्प

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