Term Loan In Hindi – टर्म लोन की ए टू जेड जानकारी
क्या आप आज Term Loan In Hindi को गूगल पर सर्च कर रहे हैं? आप सही वेबसाइट पर प्रस्थान कर चुके हैं. यह एक रिसर्च आर्टिकल है.
इसे पढ़ करके आप असामान्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. यह भी आप सीख पाएंगे कि टर्म लोन के चंगुल में फसना चाहिए या नहीं? देर मत कीजिए, FAQs+ सेक्शन तक चेक कीजिए.
टर्म लोन का परिभाषा |
टर्म लोन एक प्रकार का मौद्रिक लोन होता है, जिसमें कोई व्यक्ति आप कंपनी के मालिक एक निर्धारित अवधि के लिए बैंक या वित्तीय संस्थान से अनिश्चित ब्याज दर पर धन उधार लेता हो, उसे सावधि लोन कहा जाता है. |
टर्म लोन का उद्देश्य |
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टर्म लोन के फायदें |
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टर्म लोन के नुकसान |
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Term Loan Kya Hota Hai?
Term का मतलब समय या अवधि होता है। यानि कि वह loan जो एक fixed time period के लिए हो और उस loan का repayment fixed EMI में करना हो।
आमतौर पर term loan 1 साल से 10 साल तक के समय के लिए दिया जाता है। टर्म लोन होम लोन या दूसरे लोन के लिए 30 साल तक के लिए भी दिया जा सकता है।
ऐसे लोन को term loan के अंतर्गत शामिल किया जाता है। जिसमें minimum 1 साल तक EMI देना होता है। यानि कि इनके EMI का repayment monthly, quarterly या annually हो सकता है।
आपको अगर नकद पैसों की आवश्यकता है और आपके लिए कोई personal loan उपयुक्त नहीं है तो इसके लिए एक और option है term loan जो आपके लिए लाभदायक हो सकता है।
Term Loan कम समय में ही और आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। ये loan minimum documentation के साथ online apply किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि term loan क्या है?
किसी भी bank या financial institutions द्वारा एक fixed time period के लिए दिया जाने वाला ही term loan कहलाता है।
Term loan कोई भी loan हो सकता है। जिसका एक fixed period हो और जिसका repayment regularly EMI में करना हो।
Term loan अलग अलग loan options के बीच offer किया जा सकता है। Business Loan, Home Loan, Personal Loan, Car Loan इत्यादि term loan में ही आते हैं।
Term Loan का interest rate fixed & floating हो सकता है। जो कि loan लेते समय ही तय किया जाता है। Business loan के लिए term loan tenure 12-60 months तक होता है।
जबकि personal loan या home loan के लिए loan amount & interest rate के आधार पर 10 years या इससे अधिक हो सकता है।
ब्याज दर के आधार पर, टर्म लोन के प्रकार
बैंकिंग की किताबों में, अगर टर्म लोन को पढ़ेंगे तो वहां पर आपको फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट लिखा हुआ मिलेगा.
लेकिन भारतीय बैंक टर्म लोन को फिक्स्ड और अनफिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर यह लोन देता है. ब्याज दर के आधार पर टर्म लोन को दो भागों में बांटा जा सकता है.
फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट | अनफिक्स्ड इंटरेस्ट रेट |
EMI निश्चित होती है. | EMI अनिश्चित होती है. |
फायदा या नुकसान का डर नहीं रहता है. | फायदा और नुकसान का डर हमेशा लगा रहता है. |
बाजार में बदलते रेपो रेट का कोई प्रभाव नहीं होता है. | बाजार और रेपो रेट पर निर्भर करता है. |
लोन लेते समय ब्याज दर ज्यादा होता है. | लोन लेते समय ब्याज दर कम होता है. |
बैंक आपको टर्म लोन बताकर नहीं देती है? क्यों
जब आप फुर्सत निकाल कर के अपने लोन एग्रीमेंट को पड़ेंगे या फिर लोन लेने से पहले जब आप लोन टाइप की स्टडी करेंगे तभी पता चलेगा.
चाहे आप गोल्ड, ऑटो, होम, पर्सनल या बिजनेस लोन लेते हैं, इसमें भारतीय बैंक टर्म लोन के कंसेप्ट को मिक्स कर देता है. यह तभी पता चलेगा जब आप लोन टाइप की अच्छे से उसके वेबसाइट पर पढ़ेंगे.
भारतीय बैंक लगभग सभी लोन में टर्म लोन के कंसेप्ट को मिक्स क्यों करती है? अनफिक्स्ड या फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट है और लंबी अवधि के लिए लोन देने का मकसद छुपा रहता है.
अगर आपको कोई बैंक एजुकेशनल लोन लंबी अवधि के लिए और फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट loan देता है तो इसका सीधा सा मतलब है कि वह आपको एक अलग नाम से टर्म लोन को बेच रहा है.
अलग सी बात है कि इससे आपका मासिक किस्त कम रुपयों का हो जाता है. लेकिन लोन की कुल राशि का लगभग आप 7 से 8 गुना मूलधन और ब्याज के रूप तौर पर 30 साल में देते हैं.
Term Loan कितने प्रकार के होते हैं?
- Short Term Loan
आम तौर पर short term loan 12-18 months के लिए दिया जाता है। लेकिन कुछ स्थिति में bank short term loan 60 months तक के लिए भी provide करती है।
Short term loan को personal loans के जैसे ही समझ सकते हैं लेकिन personal loan के तुलना में short term loan चुकाने की अवधि काफी कम होती है। Short term loan जल्दी प्राप्त हो जाता है।
- Intermediate term loan
36 months से ज्यादे और 60 months से कम अवधि के लिए प्रदान किया जाने वाला loan Intermediate term loan कहलाता है।
- Long Term loan
60 months से ज्यादे अवधि के लिए प्रदान किए जाने वाले loan को long term loan कहते हैं।
Term Loan की कितनी category है?
- Secured Loan
Secured loan के अंतर्गत bank या financial institutions द्वारा applicant से loan के लिए security के तौर पर collateral ली जाती है।
- Unsecured Loan
Unsecured loan के लिए collateral की आवश्यकता नहीं होती है। Maximum loan institutions unsecured loan offer करती है।
Banks & financial institutions unsecured loan के लिए secured loan के comparison में अधिक interest rate लेती है।
Interest Rate
अलग अलग banks द्वारा term loan के लिए अलग अलग interest rate लिया जाता है। ये customer के profile पर depend करता है।
अच्छा cibil score होने पर भी कम interest rate लिया जा सकता है। Financial institutions के तुलना में banks द्वारा term loan के लिए कम interest rate ली जाती है।
अगर आप टर्म लोन ले रहे हैं तो, पहले आप बाजार का आकलन करें कि आने वाले समय में लोन का ब्याज दर कम होगा या ज्यादा.
अगर आपको लगता है कि आने वाले समय में ब्याज दर कम रहेगा तो आपको अनफिक्स्ड या फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट वाला टर्म लोन लेना चाहिए.
अगर आपको लगता है कि आने वाले कुछ वर्षों में लोन का ब्याज दर बढ़ेगा तो ऐसे में आपको फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट वाला टर्म लोन लेना चाहिए.
Eligibility criteria क्या है?
- Applicant की उम्र 21 साल से 65 साल के बीच होनी चाहिए।
- Applicant भारत का नागरिक होना चाहिए।
- Applicant का credit score अच्छा होना चाहिए।
- Income का कोई regular source होना चाहिए।
- Salaried person, self employed person, start ups, manufacture, business man, कारीगर, retailers, sole proprietorship, entrepreneurs, MSME, private companies, public limited companies, partnership firms, liability partnership, NGO इत्यादि term loan के लिए apply कर सकते हैं
Required documents
- Passport size photo
- Application form
- Business plan.
Identity proof, Age proof & Address proof
- Aadhar card
- Pan card
- Passport
- Driving licence
- Utility bills
- Voter ID card.
Business address proof
- Property documents
- Rent agreement.
Income certificate
- Salary slip of 6 months
- Bank statement of 12 months
- ITR
- Sales tax report
- Profit & loss statement of 2 years.
Loan instructions द्वारा किसी और documents की मांग भी की जा सकती है।
Term Loan के लिए apply कैसे किया जाता है?
Term Loan के लिए apply करने के लिए applicant को सबसे पहले जिस bank से apply से loan प्राप्त करना चाहते हैं। उसके official website पर जाना है।
वहाँ आपको loan application form सही सही fill करना है। जरूरी documents upload करने के बाद form submit कर देना है। Bank द्वारा verification के बाद loan प्राप्त हो जाएगा।
Conclusion Points
What is term loan in hindi? अब आपको इस प्रश्न का उत्तर पता चल गया है. टर्म लोन लेना कितना उचित है?
Term Loan उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जो कोई नए बिजनेस की शुरुआत कर रहे हैं और उसे बड़ा पूंजी की आवश्यकता है, लेकिन वह जल्दी अदा नहीं करना चाहते हैं.
उन लोगों के लिए यह लोन अच्छा विकल्प नहीं है. जिसका बिजनेस पहले से ही चल रहा हो और वह लंबे समय के लिए इस लोन के चंगुल में फंस जाएं.
FAQs+
हमारे अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न अनुभाग में प्रत्येक प्रकार के सावधि लोन का अवलोकन, साथ ही प्रत्येक के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न शामिल होते हैं। अगर आप आगे बढ़ेंगे तो अधिक लाभ ले पाएंगे।
प्रश्न (1) – टर्म लोन का क्या मतलब है?
उत्तर – टर्म लोन एक ऐसा लोन है जिसकी एक निश्चित ब्याज दर और एक निश्चित चुकौती अवधि होती है। Loan का उपयोग आमतौर पर बिजनेस की स्थापना एवं घर बनाने के लिए क्या जाता है, जो लंबी अवधि के लिए होता है।
प्रश्न (2) – टर्म लोन का उदाहरण क्या है?
उत्तर – लंबी अवधि के लिए लिया गया सभी लोन को टर्म लोन कहा जा सकता है. उदाहरण के तौर पर लंबे समय के लिए लिया गया बिजनेस लोन या एजुकेशनल लोन या होम लोन को टर्म लोन कहा जा सकता है.
प्रश्न (3) – लोन और टर्म लोन में क्या अंतर है?
उत्तर – एक लोन एक वित्तीय लेनदेन है जिसमें एक बैंक संपत्ति, उपकरण या अन्य वस्तुओं को खरीदने या सुधारने के लिए एक उधारकर्ता को धन प्रदान करता है। एक टर्म लोन एक विशिष्ट समाप्ति तिथि वाला लोन होता है, आमतौर पर तीन से 30 सालों तक हो सकता है।
प्रश्न (4) – टर्म लोन में कितना मार्जिन होता है?
उत्तर – मान लिया जाए कि बिजनेस को स्थापित करने के लिए आपको 30% पूंजी खुद से लगाना है और बाकी 70% पूंजी बैंक से लोन ले करके लगाना है.
इसका सीधा सा मतलब यह हुआ कि टर्म लोन का मार्जिन 70% है. कोई कहता है कि टर्म लोन का मार्जिन 60% है तो इसका मतलब हुआ कि 40% बाकी बचे हुए रुपया आपको लगाना है.
प्रश्न (5) – टर्म लोन और बिजनेस लोन में क्या अंतर है?
उत्तर – अगर कोई व्यक्ति बिजनेस लोन लंबी अवधि के लिए लेता है तो उसे टर्म लोन भी कहा जा सकता है. टर्म का सीधा सा Meaning अवधि या समय से है.
अगर आप टर्म लोन लेते हैं तो आपको लंबे समय तक लोन चुकाने का समय मिलता है जिसके कारण आपको ज्यादा ब्याज देना होगा.
प्रश्न (6) – ओवरड्राफ्ट और टर्म लोन में क्या फर्क है?
उत्तर – आपके लोन अकाउंट में बैंक पहले से ही प्री अप्रूव्ड लोन की एक लिमिट जारी कर देती है. जरूरत पड़ने पर आप उसका उपयोग बिना लोन अप्लाई किए कर सकते हैं.
किसी भी प्रकार के लोन को अगर आप लंबी अवधि के लिए लेते हैं तो उसे टर्म लोन कहा जाता है. टर्म लोन लंबी अवधि के लिए है जबकि ओवरड्राफ्ट लोन पहले से दिया गया लोन है.
इस पोस्ट में आपने Term Loan In Hindi के बारे में पढ़ा। ये पोस्ट आपको कैसा लगा और इस लोन से रिलेटेड आपको कोई query हो तो कमेंट बॉक्स में comment करें। हम अवश्य ही जवाब देंगे। आपका शुक्रिया कि आपने इस पोस्ट को पूरा पढ़ा।