लोन चुकाने के बाद, यह काम जरूर कर लें वरना जिंदगी भर पछतावा होगा
आज के समय में बहुत अहम हो जाता है कि लोन चुकाने के बाद या क्लियर करने के बाद क्या करें? इस प्रश्न का उत्तर जानेंगे ही और एनओसी से संबंधित ज्ञान प्राप्त करेंगे.
क्या आप अपने लोन के सभी EMI दे चुके हैं और जानना चाह रहे हैं कि, आगे का क्या प्रोसेस है तो यह आपके लिए एक सर्वश्रेष्ठ आर्टिकल है. इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप कभी नहीं पछताएंगे.
लोन का पूरा मूलधन एवं ब्याज चुकाने के बाद भी आपका काम खत्म नहीं होता है। लोन को पूरी तरह चुकाने के बाद, आरबीआई के दिशा निर्देशों के अनुसार, आप को बैंक से निम्नलिखित में से कोई एक Certificate अवश्य मांगना चाहिए:
- नो ड्यूज सर्टिफिकेट
- क्लोजर लेटर
- नो ड्यूज सर्टिफिकेट
- इन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (ईसी)
- पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी).
लोन चुकाने के बाद क्या करना चाहिए?
हमें अपने लिए घर खरीदना हो या कार खरीदना हो या किसी भी प्रकार की कोई जरूरत हो तो हम लोन लेकर उन जरूरतों को पूरा करते हैं। उसके बाद हर month EMI जमा करते हैं। Loan चुकाने के बाद, हमें लगता है कि हमारी responsibility खत्म हो गई है।
लेकिन ऐसा नहीं है loan चुकाने के बाद हमें NDC यानि no dues certificate प्राप्त करना आवश्यक होता है। अगर आप ये certificate नहीं लेते हैं तो आप दोबार loan लेते समय ये प्रूफ नहीं कर पाएंगे कि आपने अपना पिछला loan चुका दिया है।
लोन चुकाने के बाद हमें क्या करना चाहिए?
Bank द्वारा closure letter जारी की जाती है. जब हम loan चुका देते हैं तो बैंक द्वारा customers को NDC या क्लोजर लेटर जारी की जाती है। ये certificate इस बात का प्रूफ होता कि आपने लोन चुका दिया है।
कुछ बैंकों द्वारा NDC के साथ साथ statement of account भी जारी किया जाता है। Customer को ये documents काफी संभाल कर रखने चाहिए।
क्योंकि अगर बाद में कभी loan के संबंध में credit score में कुछ गड़बड़ी हो तो loan चुकाने के बाद मिला statement of account तो मददगार साबित होता है।
अगर किसी व्यक्ति को NDC ना मिले तो क्या करना चाहिए?
आपको इस बात का पता होना चाहिए कि अगर आप loan चुकाने के अवधि से पहले ही loan का नकद भुगतान करते हैं तो bank द्वारा loan खत्म होते ही आपको NDC दे दिया जाता है।
अगर आप cheque के माध्यम से loan का prepayment करते हैं या सारा EMI चुकाने के बाद आपका loan खुद ही बंद हो जाता है तो bank द्वारा loan लेने वाले व्यक्ति को letter के माध्यम inform किया जाता है कि वो अपना original documents bank से ले जाए।
अगर किसी व्यक्ति को इस प्रकार का कोई letter प्राप्त ना हो तो उसे bank से संपर्क करना चाहिए और अगर किसी व्यक्ति का NDC खो जाए तो उसे bank से संपर्क कर के NDC का duplicate copy प्राप्त कर लेना चाहिए।
Other banks द्वारा मांगे जाते हैं statement
अधिकतर bank लोन प्रदान करने से पहले customer से 2 साल का bank statement मांगते हैं। अगर loan प्रदान करने वाले bank को bank statements में EMI दिखता है तो इस स्थिति में bank द्वारा आपसे loan statement भी माँगा जाता है।
Credit report में भी loan प्राप्त करने वाले customer का पूरा history दिया होता है। विभिन्न प्रकार के loan के लिए अलग अलग चीजों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
Home Loan, Loan against property, car loan या two wheeler loan इत्यादि के लिए अलग अलग प्रकार के documents की आवश्यकता होती है।
आइए विस्तार से जानते हैं कि अलग-अलग प्रकार के loan के लिए कौन से
1) Home Loan
अगर आप होम लोन का repayment कर चुके हैं तो encumbrance certificate से mortgage हटा कर update कर लेना चाहिए। इसके लिए आपको closure letter के xerox के साथ रजिस्ट्रार ऑफिस से संपर्क करना है।
Encumbrance certificate इस बात का प्रूफ होता कि property पर किसी प्रकार का loan नहीं है। इसके अलावा आप जिस बैंक से home loan प्राप्त किए थे। वहाँ से अपना वो सारा documents जो loan प्राप्त करते समय आपसे लिया गया था वो documents अवश्य ही ले लें।
2) Loan against property
Loan against property भी home loan के तरह ही है। इसमें property का मालिकाना हक लोन loan प्राप्त करने वाले व्यक्ति के पास होता है। लेकिन bank को ये अधिकार होता है कि defaulter होने property पर कब्जा कर ले।
3) Car Loan
Loan पर लिए गए कार का RC bank के नाम पर होता है। Loan का repayment करने के बाद RC अपने नाम कराने के लिए आपको क्षेत्रीय परिवहन ऑफिस में संपर्क करना होता है।
RC & insurance policy apply करने के लिए bank से मिले closure letter और आवेदन पत्र देना होता है।
4) Personal loan, credit card & other loans
इस प्रकार के लोन में NDC मिलने के बाद loan खत्म हो जाता है। Loan प्राप्त करने के बाद credit score check करना चाहिए। Loan repayment कर देने के बाद bank आपसे cibil score मांग सकती है।
Bank द्वारा इसके लिए 30 days का वक्त लिया जाता है। जब bank आपको सूचित करे कि यह आपका cibil score update हो गया है तो आप अपना updated score प्राप्त कर सकते हैं।
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Conclusion Points
आपको अपना लोन चुकाने के बाद, अपना सिबिल स्कोर सबसे पहले चेक करना चाहिए. अगर आपका सिबल स्कोर अपडेट नहीं हुआ है तो आप लिखित अनुरोध भी कर सकते हैं.
किसी भी Loan को क्लियर करने के बाद आप को बैंक से जरूर NOC लेना चाहिए. ताकि आप भविष्य में पूरी तरह सुरक्षित रहें. थोड़ा सा इप्रोसेस थकान जरूर है लेकिन आप को एनओसी लेना नहीं भूलना चाहिए.
अगर आप लोन चुका चुके हैं और एनओसी में कोई भी समस्या हो रही है या इससे संबंधित कोई अन्य जानकारी लेना चाहते हैं तो कृपया कमेंट बॉक्स में लिखें.