Difference between Credit Card and Debit Card In Hindi (Table)
क्या आप Difference between credit card and debit card in hindi को Google पर सर्च कर रहे हैं? आपका सर्च यहां पर पूरा होता है. इस आर्टिकल में डिफरेंस टेबल के फॉर्मेट में लिखा गया है. आप बड़े ही आसानी से अंतर को समझ जाएंगे.
क्रेडिट कार्ड क्या है? |
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डेबिट कार्ड क्या है? |
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उपयोग के आधार पर, डेबिट और क्रेडिट में क्या अंतर है? आइए पहले इसको जान लेते हैं. टेबल के बाद और भी बहुत कुछ है, आखिर तक चेक कीजिएगा.
क्रेडिट कार्ड | डेबिट कार्ड | |
1. परिभाषा | क्रेडिट कार्ड में बैंक से प्री अप्रूव क्रेडिट लोन होता है, जिसके द्वारा खरीदारी किया जाता है और उसे बाद में बिल के तौर पर भुगतान किया जाता है. | डेबिट कार्ड में ग्राहक के पहले से जमा रुपया से खरीदारी किया जाता है, ग्राहक को इसे बाद में भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है. |
2. आसानी से कौन मिलता है? | बहुत आसानी से नहीं मिलता है. | जिसके पास बैंक खाता है, वह डेबिट कार्ड ले सकता है. |
3. रीवार्ड प्वाइंट | मिलता है | नहीं मिलता है |
4. कैशबैक | मिलता है | नहीं मिलता है |
5. भुगतान | ग्राहक को करना होता है | ग्राहक को भुगतान की आवश्यकता नहीं होती है |
6. सीमा | क्रेडिट कार्ड कंपनी सीमा तय करता है. | बैंक खाते में जमा रुपए ही खर्च किया जा सकता है. |
7. ब्याज | तय समय सीमा पर भुगतान नहीं करने पर ब्याज लगता है. | ब्याज नहीं लगता है. |
8. कैश से निकाल सकते हैं | कुछ भी क्रेडिट कंपनी कैश निकालने का परमिशन देता है. | निकाल सकते हैं |
9. जोइनिंग एवं एनुअल फीस | ज्यादा होता है | बहुत ही कम होता है |
10. किस मामले में बेहतर है? | रीवार्ड प्वाइंट, डिस्काउंट और कैशबैक के लिए क्रेडिट कार्ड बेहतर है. | किसी प्रकार का ब्याज नहीं लगता है. |
Debit Card vs Credit Card
डेबिट और क्रेडिट कार्ड देखने में लगभग एक ही समान प्लास्टिक कार्ड होता है. दो एक समान दिखने वाले कार्ड बिल्कुल अलग प्रकार से काम करता है.
डेबिट कार्ड (ATM)
ATM और डेबिट कार्ड में क्या अंतर है? डेबिट कार्ड एक प्लास्टिक कार्ड है, जिसका उपयोग एटीएम से कैश रुपया निकालने के लिए किया जाता है. एटीएम का पूरा नाम स्वचालित टेलर मशीन है.
अगर आपके सेविंग अकाउंट में पहले से जमा रुपया है तो आप बिना बैंक गये, एटीएम मशीन से रुपया निकाल सकते हैं या कोई ऑनलाइन शॉपिंग में बिल पेमेंट कर सकते हैं. इससे ज्यादा डेबिट कार्ड का कोई काम नहीं है.
डेबिट कार्ड का अल्टरनेट आज के समय गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे यूपीआई बन चुका है. आज के समय ₹10 की खरीदारी करने के लिए भी, ऑनलाइन यूपीआई के मदद से लोग पेमेंट कर देते हैं.
सही कहा जाए तो आज के समय, कैश मनी निकालने की एटीएम से आवश्यकता बिल्कुल कम हो गई है. आने वाले समय में डेबिट कार्ड का उपयोग और भी कम हो जाएगा.
डेबिट कार्ड में किसी प्रकार का कैशबैक, रीवार्ड प्वाइंट्स, लोन या इंश्योरेंस नहीं मिलता है. उसके उलट डेबिट कार्ड के बदले बैंक शुल्क लेता है. अगर आपके पास भी डेबिट कार्ड है तो आपको फ्यूचर के लिए प्लानिंग कर लेना होगा. क्योंकि बैंक आपके डेबिट कार्ड सेवा के बदले, हर साल आपके सेविंग अकाउंट से पैसे काट रहा है.
क्रेडिट कार्ड
अगर आपके बैंक अकाउंट या पॉकेट या वॉलेट में रुपया नहीं है. तब पर भी आप कोई भी ऑनलाइन शॉपिंग क्रेडिट कार्ड की मदद से कर सकते हैं यही नहीं आप एटीएम मशीन से कैश मनी भी निकाल सकते हैं.
बेस्ट क्रेडिट कार्ड इन इंडिया: टॉप 10 |
क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से आपका सिबिल स्कोर बेहतर होता है. इसके अलावा आपको क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करने पर कैशबैक, रीवार्ड प्वाइंट्स, इंश्योरेंस, फ्यूल, डाइनिंग डिस्काउंट और एयरपोर्ट पर फ्री लाउन की सुविधा मिलती है.
भारत के ज्यादातर क्रेडिट कार्ड कंपनी अपने ग्राहकों को 30 से लेकर उन 50 दिनों तक की क्रेडिट अवधि देती है. मतलब यह हुआ कि, अगर आप क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करते हैं तो 30 से 50 दिनों के भीतर बिल का भुगतान कर देते हैं तो आपका कोई भी ब्याज नहीं लगेगा.
क्रेडिट कार्ड लेने के लिए आपको प्रथम वर्ष जॉइनिंग फीस देना होता है और हर साल एनुअल फीस भी देना होता है. कुछ ऐसे भी क्रेडिट कार्ड हैं जिनका जॉइनिंग फीस और एनुअल फीस दोनों मिलाकर जीरो है. कुछ क्रेडिट कार्ड लाइफटाइम फ्री क्रेडिट कार्ड होते हैं.
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड किसके लिए बेहतर कौन है?
डेबिट और क्रेडिट कार्ड के दोनों के अपने अलग-अलग उपयोग है. आज के समय हर किसी को ऑनलाइन पेमेंट करना होता है, ऐसे में दोनों ही कार्ड में से किसी एक की आवश्यकता होती है.
अगर आपका ऑनलाइन कर्ज का बजट ₹100000 से सालाना अधिक है तो आपको क्रेडिट कार्ड लेना चाहिए. क्रेडिट कार्ड के कुछ शुल्क है, उसको काट कर के भी आप ₹5000 तक की बचत कर सकते हैं.
अगर आपका ऑनलाइन खर्च का बजट कम है या कभी कभार उपयोग करते हैं तो आपके लिए डेबिट कार्ड बेहतर हो सकता है. डेबिट कार्ड का प्रति वर्ष शुल्क ₹200 से कम होता है.
आखिर में बता दें कि दोनों ही डिजिटल मनी के लिए पूरी तरह सुरक्षित साधन है. कैश रुपया लेकर के ट्रेवल करना थोड़ा मुश्किल होता है. किंतु आप क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड लेकर के कहीं भी जा सकते हैं. यह पूरी तरह सुरक्षित है.
Conclusion Points
डेबिट और क्रेडिट कार्ड के अंतर को एक बार सारांश के रूप में दोबारा बता देता हूं. क्रेडिट कार्ड: बैंक से प्री अप्रूव एक प्रकार का क्रेडिट लोन होता है, जिसके द्वारा कार्ड धारक खरीदारी कर सकते हैं, किंतु उसे तय सीमा के अंदर ही लौटाना होता है. तभी उसका लोन इंटरेस्ट फ्री होता होगा.
डेबिट कार्ड: ग्राहक के द्वारा पहले से बैंक खातों में जमा रुपया से खरीदारी कर सकता है, ग्राहक को इसे बाद में भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है.
मुझे पूरा भरोसा है कि आप पाठक मित्रों को Credit card and debit card difference in hindi से संबंधित आर्टिकल पसंद आया होगा. फिर भी क्रेडिट और डेबिट कार्ड के अंतर से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो कृपया आप कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें.
FAQs+प्रश्न (1) – बैंक द्वारा जारी दिये जाने वाला कार्ड कितने प्रकार का होता है?उत्तर – आरबीआई के वेबसाइट के अनुसार, बैंक या अन्य वित्तीय संस्थाओं के द्वारा जारी किया जाने वाला कार्ड तीन प्रकार के होते हैं.
डेबिट कार्ड: डेबिट कार्ड सिर्फ और सिर्फ बैंक द्वारा ही जारी किए जाते हैं और ये कार्ड ग्राहक के बैंक खातों से जुड़ा होता है। क्रेडिट कार्ड: क्रेडिट कार्ड बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किए जाते हैं। यह एक प्रकार का अग्रिम लोन है। प्रीपेड कार्ड: ग्राहक के द्वारा बैंक या वित्तीय संस्थान को अग्रिम भुगतान करने के पश्चात, उतनी ही राशि का बैंक या वित्तीय संस्थान एक कार्ड जारी करता है, जिसे प्रीपेड कार्ड कहा जाता है. प्रश्न (2) – संक्षेप में बताएं कि डेबिट कार्ड क्या होता है?उत्तर – डेबिट कार्ड प्लास्टिक कार्ड होते हैं जो ग्राहकों को पहले से बैंक में जमा किए गए धन को खर्च करने की अनुमति देता है। धन को नकद में निकाला जा सकता है या आइटम खरीदने या स्वचालित टेलर मशीन (एटीएम) से नकद कैश निकालने के लिए उपयोग किया जा सकता है। प्रश्न (3) – क्रेडिट कार्ड क्या होता है?उत्तर – क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड जैसा दिखने वाला एक प्लास्टिक कार्ड होता है, इस कार्ड में एक तरह से प्री अप्रूव्ड लोन होता है. प्री अप्रूव्ड लोन से ग्राहक निश्चित क्रेडिट सीमा और अवधि के बीच में ऑनलाइन शॉपिंग या बिल पेमेंट कर सकता है. प्रश्न (4) – Credit और Debit में क्या अंतर होता है?उत्तर – जब कोई व्यक्ति बैंक से धन उधार लेता है, तो लोन को उधारकर्ता के खाते में क्रेडिट के रूप में दर्ज किया जाता है। इसका मतलब है कि उधारकर्ता का लोन (या दायित्व) बढ़ गया है, और बैंक ने उधारकर्ता को नई निधि प्रदान की है। फिर उधारकर्ता इन निधियों का उपयोग वस्तुओं को खरीदने या नकद निकालने के लिए कर सकता है। एक डेबिट तब होता है जब उधारकर्ता अपने कर्ज का एक हिस्सा या पूरी तरह से चुका देता है। प्रश्न (5) – डेबिट और क्रेडिट में अंतर क्या है?उत्तर – बैंकिंग की दुनिया में डेबिट और क्रेडिट के विशिष्ट अर्थ हैं। डेबिट किसी परिसंपत्ति में वृद्धि या देयता में कमी को संदर्भित करता है, जबकि क्रेडिट किसी संपत्ति में कमी या देयता में वृद्धि को संदर्भित करता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यवसाय आपूर्तिकर्ता को पैसा देता है, तो इस दायित्व को दर्ज करने वाले खाते को देय कहा जाता है। यदि व्यवसाय आपूर्तिकर्ता को भुगतान करता है, तो देय खाते को क्रेडिट किया जाएगा (या घटाया जाएगा), और नकद खाते को डेबिट (या बढ़ा हुआ) किया जाएगा। प्रश्न (6) – डेबिट कार्ड एवं क्रेडिट कार्ड में बेहतर कौन सा होता है?उत्तर – डेबिट और क्रेडिट card दोनों ही वित्तीय उपकरण हैं, जिनका उपयोग लेनदेन की सुविधा के लिए किया जाता है। एक डेबिट कार्ड ग्राहकों को पहले से बैंक में जमा किए गए धन को निकालने की अनुमति देता है. क्रेडिट कार्ड उपभोक्ताओं को सामान खरीदने या नकद निकालने के लिए एक निश्चित सीमा तक पैसे उधार लेने की अनुमति देते हैं। दोनों प्रकार के कार्डों के लाभ और कमियां हैं, इसलिए उपभोक्ताओं के लिए यह चुनना महत्वपूर्ण है कि उनके लिए किस प्रकार का कार्ड सबसे अच्छा है. |
I appreciate this blog post explaining the difference between debit and credit cards. It’s a valuable resource for anyone looking to understand the distinctions between these two types of cards. Thank you so much.