सभी Alpsankhyak loan स्कीम 2024 की पूरी जानकारी, 1% ब्याज
क्या आप Alpsankhyak Loan को सर्च कर रहे हैं? मेरे प्यारे दोस्त आप आज बिल्कुल सही आर्टिकल तक पहुंच गए हैं.
Minority Loan क्या है? इसके साथ ही आपको अल्पसंख्यक स्वरोजगार योजना की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी. इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप अपने लिए एक बेहतरीन अल्पसंख्यक लोन खोज पाएंगे. साथी अप्लाई करने का तरीका भी जानेंगे.
इसको जानने से पहले आपको बता दें कि भारत में किस जाति के लोगों को अल्पसंख्यक माना जाता है?
भारत सरकार राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम-1992 के अनुसार, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध एवं पारसी को अल्पसंख्यक समुदाय या जाति के रूप में अधिसूचित किया गया है.
Alpsankhyak Loan Kaun Deta Hai?
अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को सस्ता लोन कहां से मिलता है? अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को लोन NMDFC और स्टेट गवर्नमेंट से मिलता है.
NMDFC kya hai? NMDFC ka full form National Minorities Development and Finance Corporation hai. जिसे हिंदी में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास और वित्त निगम (एनएमडीएफसी) कहा जाता है.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास और वित्त निगम (एनएमडीएफसी) की स्थापना सितंबर 1994 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तहत किया गया था.
जो एक गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित पात्र लाभार्थियों को स्व-रोजगार गतिविधियों के लिए रियायती ब्याज दरों पर लोन उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की स्थापना के बाद, एनएमडीएफसी का प्रशासनिक नियंत्रण इस मंत्रालय में निर्देशित किया गया है.
भारत में अल्पसंख्यक लोन का कितना बजट होता है?
आप में से कुछ ही लोगों को पता होगा कि एनएमडीएफसी के पास कुल पूंजी 3 हजार करोड़ रुपयों की है. जिसमें से 73 फ़ीसदी हिस्सेदारी केंद्र सरकार का है, 26 परसेंट हिस्सेदारी राज्य सरकारों का है बाकी एक सिद्धि हिस्सेदारी रुचि रखने वाले व्यक्तियों एवं संगठनों का है.
इसके अलावा भारत वर्ष के अलग अलग राज्य सरकारों के अल्पसंख्यक मंत्रालय में भी इस तरह के लोन का योजना है. जैसा कि आपने मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक लोन के बारे में सुना होगा.
भारत में कितने अल्पसंख्यक लोन हैं?
एनएमडीएफसी मुख्य संस्था है जो तीन प्रकार की लोन अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को प्रदान करती है.
- A – स्व रोजगार ऋण योजनाएँ
- B – संवर्धनात्मक (प्रमोशनल) योजनाएँ
- C – विरासत – दस्तकारों के लिए ऋण योजना
- D – Mukhyamantri Alpsankhyak Rojgar Rin Yojana Bihar
A – स्व रोजगार ऋण योजनाएँ (Alpsankhyak loan yojana)
अल्पसंख्यक स्वरोजगार ऋण योजना को दो वर्गों में बांटा गया है.
- क्रेडिट लाइन – 1
- क्रेडिट लाइन – 2.
क्रेडिट लाइन – 1
क्रेडिट लाइन -1 के तहत वार्षिक पारिवारिक आय ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 81,000 रुपये और शहरी क्षेत्रों के लिए 1.03 लाख रुपये होनी चाहिए।
क्रेडिट लाइन – 1 के तहत 3 प्रकार के लोन हैं जो निम्नलिखित हैं.
- सावधि ऋण योजना (टर्म लोन)
- शैक्षिक ऋण योजना (Educational Loan Scheme)
- लघु वित्तपोषण योजना (Micro Financing Scheme)
1 – सावधि ऋण योजना (टर्म लोन)
Alpsankhyak loan yojana 2024 को अच्छे से समझ लीजिए जिसमें पहला नाम सावधि ऋण योजना का है.
इस योजना के तहत व्यावसायिक कार्यों के लिए सस्ते ब्याज दरों पर लोन दिया जाता है. यह लोन कोई भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ले सकते हैं लेकिन उनका वह व्यावसायिक कार्य कृषि, तकनीकी व्यापार, छोटे व्यवसाय, कारीगर एवं परंपरागत व्यवसाय,और परिवहन एवं सेवा क्षेत्र होना चाहिए.
- ऋण राशि – 20.00 लाख रू तक
- ब्याज दर – 6% वार्षिक
- पुनर्भुगतान की अवधि – 5 वर्ष.
2 – शैक्षिक ऋण योजना (Educational Loan Scheme)
Muslim Students educational loan – एनएमडीएफसी, अल्पसंख्यक समुदाय के पात्र छात्रों को को रोजगारन्मुख शिक्षा देने के उद्देश्य से शैक्षिक ऋण उपलब्ध कराती है.
- ऋण राशि – भारत में 20 लाख रू व विदेश में 30 लाख रुपये
- ब्याज दर – 3% वार्षिक
- पुनर्भुगतान की अवधि – 5 वर्ष.
3 – लघु वित्तपोषण योजना (Micro Financing Scheme)
यह अल्पसंख्यक लोन बहुत ही खास है, यह लोन उन महिलाओं को दी जाती हैं जो दूरदराज के गांवों एवं कस्बों में रहती हैं. इस तरह के महिलाओं तक इस लोन को बचाने के लिए गैर सरकारी संगठनों को भी कार्य सौंपा जाता है.
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों के द्वारा भी इस प्रकार के लोन को गरीब मुस्लिम महिलाओं तक पहुंचाया जाता है ताकि अपने व जीवन यापन के लिए छोटा-मोटा रोजगार अपने ही गांव में खोल सकें.
गांव के महिलाओं के समूह बनाकर भी इस लोन को दिया जाता है ताकि ज्यादातर महिलाएं एक साथ काम करके ज्यादा फायदा कमा सकें.
- ऋण राशि – 1.00 लाख रू
- ब्याज दर – 1% वार्षिक
- पुनर्भुगतान की अवधि – 3 वर्ष.
क्रेडिट लाइन -2
क्रेडिट लाइन -2, योजनाओं के तहत कवर किए गए लाभार्थियों को बढ़ाने के प्रयास में 6 लाख रुपये की उच्च वार्षिक पारिवारिक आय सीमा शुरू की गई है।
क्रेडिट लाइन – 2 के तहत भी 3 प्रकार के लोन हैं जो निम्नलिखित हैं.
- सावधि ऋण योजना (टर्म लोन)
- शैक्षिक ऋण योजना (Educational Loan Scheme)
- लघु वित्तपोषण योजना (Micro Financing Scheme).
क्रेडिट लाइन – 2 और क्रेडिट लाइन – 1 के तहत दिए जाने वाले तीनों ही लोन की रूपरेखा एवं उद्देश्य एक ही समान है. किंतु क्रेडिट लाइन – 2 के तहत दिए जाने वाले लोन पर ब्याज दरें अधिक हैं जो निम्नलिखित हैं.
1 – सावधि ऋण योजना (टर्म लोन)
- ऋण राशि – 30 लाख रू तक
- ब्याज दर – पुरूष लाभार्थियों के लिए 8% वार्षिक और महिला लाभार्थियों के लिए 6 % वार्षिक
- पुनर्भुगतान की अवधि – 5 वर्ष.
2 – शैक्षिक ऋण योजना (Educational Loan Scheme)
- ऋण राशि – ऋण राशि – भारत में 20 लाख रू व विदेश में 30 लाख रुपये
- ब्याज दर – पुरूष लाभार्थियों के लिए 8% वार्षिक और महिला लाभार्थियों के लिए 5% वार्षिक
- पुनर्भुगतान की अवधि – 5 वर्ष.
3 – लघु वित्तपोषण योजना (Micro Financing Scheme)
- ऋण राशि – ऋण राशि – 1.50 लाख रू
- ब्याज दर – पुरूष लाभार्थियों के लिए 4% वार्षिक और महिला लाभार्थियों के लिए 2% वार्षिक
- पुनर्भुगतान की अवधि – 5 वर्ष.
B – संवर्धनात्मक (प्रमोशनल) योजनाएँ
अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की कार्यकुशलता एवं उनके द्वारा किए गए उत्पाद की मार्केटिंग से लेकर ज्यादा कीमत दिलाने के लिए अल्पसंख्यक संवर्धनात्मक योजना शुरू किया गया है.
अल्पसंख्यक संवर्धनात्मक योजना को चार भागों में बांटा गया है जो निम्नलिखित हैं.
- कौशल से कुशलता योजना
- मार्केटिंग सहायता योजना
- महिला समृद्धि योजना
- सहायता अनुदान योजना.
1 – कौशल से कुशलता योजना
इस अल्पसंख्यक लोन का मुख्य उद्देश्य कौशल से कुशलता लक्षित वैयक्तिक जरूरतमंदों तक स्व-रोजगार / रोजगार के लिए कौशल प्रदान करना है.
2 – मार्केटिंग सहायता योजना
इस अल्पसंख्यक योजना का उद्देश्य शिल्पकारों को सहायता देना, उनके उत्पादों की मार्केटिंग करना एवं उन्हें उसके प्रोडक्ट का ज्यादा कीमत दिलाना है.
3 – महिला समृद्धि योजना
महिला समृद्धि योजना एक अनूठी अल्पसंख्यक लोन योजना है. जिसके तहत स्वयं सहायता समूहों में गठित महिला सदस्यों को सिलाई, कटिंग एवं कढ़ाई आदि व्यवसायों में ट्रेनिंग देने के साथ-साथ लघु ऋण दिया जाता है.
इस योजना का क्रियान्वयन महिलाओं के समूह बनाकर किया जाता है. प्रशिक्षण देने वाली या देने वाले व्यक्ति को वजीफा दिया जाता है.
4 – सहायता अनुदान योजना
सहायक अनुदान योजना भी एक प्रकार का अल्पसंख्यक लोन योजना है जिसके तहत
एनएमडीएफसी की योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एनएमडीएफसी की एससीए के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा सहायता अनुदान दिया जाता है.
C – विरासत – दस्तकारों के लिए ऋण योजना
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम के द्वारा शुरू किया गया अल्पसंख्यक लोन योजना में यह सबसे आदित्य है. दस्तकार ऋण योजना की ज्यादा जानकारी.
इस योजना के तहत अल्पसंख्यक वर्गों के दस्तकारों के लिए 10 लाख तक की रकम लोन का प्रावधान है. पुरुष दस्तकारों को 5% और महिला दस्तकारों को 4% वार्षिक ब्याज दर पर लोन दिया जाएगा.
D – Mukhyamantri Alpsankhyak Rojgar Rin Yojana Bihar
बिहार मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना लाने का मुख्य उद्देश्य राज्य के 1.76 करोड़ मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को रोजगार एवं व्यवसाय के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है.
यह योजना बिहार सरकार के अल्पसंख्यक वित्तीय निगम समिति द्वारा किया जाता है. इस योजना के तहत, बिहार सरकार के द्वारा ₹5 लाख तक का लोन सस्ते ब्याज दरों पर देने का प्रावधान है.
इस योजना के लोन की सबसे अच्छी बात है कि वार्षिक ब्याज दर साधारण 5% है. दूसरी अच्छी बात है कि, लोन का ईएमआई, ऋण की राशि का 20 बराबर त्रैमासिक किस्तों में भुगतान क्या जा सकता है.
यही नहीं, यदि लाभार्थी सही समय पर किस्त का भुगतान नहीं करता है तो उन्हें पेनल्टी देना होता है.
अल्पसंख्यक लोन राजस्थान की जानकारी
राजस्थान में अल्पसंख्यक लोन सहकारी निगम लिमिटेड के द्वारा चलाया जाता है, लोन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देने का है.
इस लोन की अधिक जानकारी लेने के लिए आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं.
Conclusion Points
मुझे जहां तक भरोसा है कि आप पाठक मित्रों को Alpsankhyak Loan के साथ-साथ Bihar Mukhyamantri Alpsankhyak Rojgar Rin Yojana से संबंधित ज्ञान अच्छा लगा होगा.
फिर भी आपके मन में अल्पसंख्यक लोन से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप कृपया करके कमेंट बॉक्स में लिखें.
याद रखिएगा कि यह वेबसाइट किसी प्रकार का लोन नहीं देता है या लोन दिलाने का वादा भी नहीं करता है. यह वेबसाइट आपको लोन की जानकारी देने में मदद करता है.
My Opinion: कुछ मुसलमानों का मानना है कि उनके लिए कर्ज लेना मना है, जबकि कुछ का मानना है कि अगर जिम्मेदारी से किया जाए तो कर्ज लेना जायज हो सकता है। आखिरकार, यह तय करना हर Muslim पर निर्भर है कि वे कर्ज लेने में सहज महसूस करते हैं या नहीं।
अगर आप भारत में रहते हैं, अपने लोगों की मदद करने के लिए आपको बिजनेस लोन या एजुकेशन लोन जरूर लेनी चाहिए। लोन लेने के बाद, आपको उसे तो चुकाना भी चाहिए।
अस्सलामुअलैकुम सर,
मैं master in journalism का नियमित छात्र हूँ मुझे शिक्षा ऋण की जरुरत है रु 350000 का मैंने बहुत कोशिस की परन्तु बैंक वाला देना नही चाहता है, कृपया मदद करे
अगर आप सभी पात्रता को पूरा करते हैं तो ऐसे में आपको मुख्यमंत्री जनता दरबार या लोक अदालत में शिकायत दर्ज करना चाहिए.
Alpsankhyak ke liye od facility hai ya nahi (over draft)
Yes